कृषि कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी का उपयोग करने के लिठकृषि और किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ सकà¥à¤°à¤¿à¤¯ हो गया है। मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯, 80 के दशक की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ से, विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ परियोजनाओं को वितà¥à¤¤ पोषण कर रहा है, जिसके तहत à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अंतरिकà¥à¤· अनà¥à¤¸à¤‚धान संगठन ने फसल उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ के लिठकारà¥à¤¯à¤ªà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ विकसित की है। कृषि, सहकारिता और किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ विà¤à¤¾à¤— ने फसल उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ के लिठà¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अंतरिकà¥à¤· अनà¥à¤¸à¤‚धान संगठन में विकसित अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी के संचालन के लिठ2012 में महालनोबिस नेशनल कà¥à¤°à¥‰à¤ª फोरकासà¥à¤Ÿ सेंटर नामक à¤à¤• केंदà¥à¤° की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की।
विà¤à¤¾à¤— के पास मृदा और à¤à¥‚मि उपयोग सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ का à¤à¤• और केंदà¥à¤° है जो मृदा संसाधनों के मानचितà¥à¤°à¤£ के लिठउपगà¥à¤°à¤¹ डेटा का उपयोग करता है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में विà¤à¤¾à¤— अपने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ / कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठअंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी का उपयोग कर रहा है जैसे कि अंतरिकà¥à¤· का उपयोग करके कृषि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ का पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाना, कृषि-मौसम विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ और à¤à¥‚मि आधारित अवलोकन (FASAL) परियोजना, जियोइनà¥à¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤•à¥ स का उपयोग करते हà¥à¤ बागवानी मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन और पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन (CHAMAN) परियोजना पर समनà¥à¤µà¤¿à¤¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि सूखा मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन और निगरानी पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ (NADAMS), चावल-परती कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° का मानचितà¥à¤°à¤£ और गहनता, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि विकास योजना और फसल बीमा के तहत बनाई गई बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं और परिसंपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¥‚ टैगिंग।
अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी देश में फसल की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के बारे में तेज और निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤· जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने में मदद करती है। यह डिजिटल डेटा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है, जो विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के लिठउतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ है। अपने परà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤šà¥€ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ के कारण, यह बहà¥à¤¤ ही कम समय में पूरे देश की छवियां पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। इसलिà¤, इस डेटा का उपयोग विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के लिठकिया जा सकता है, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फसल के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, फसल कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤®à¤¾à¤¨, फसल की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿, फसल को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨, फसल की कà¥à¤·à¤¤à¤¿ आदि के बारे में जानकारी की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है।
कृषि, सहकारिता और किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ विà¤à¤¾à¤— ने अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2015 के दौरान KISAN [फसल बीमा अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी का उपयोग और जियोà¤à¤¨à¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¤Ÿà¥ˆà¤•à¥à¤¸] परियोजना की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की थी। परियोजना में इषà¥à¤Ÿà¤¤à¤® फसल कटाई पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— योजना और उपज अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ में सà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठउचà¥à¤š-रिज़ॉलà¥à¤¯à¥‚शन रिमोट सेंसिंग डेटा की परिकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की गई है। इस परियोजना के तहत 4 राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हरियाणा, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° और मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के 4 जिलों में पायलट अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किठगà¤à¥¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ ने कई उपयोगी इनपà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किठ[सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ नमूनाकरण के लिà¤, उपज का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨, फसल काटने के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों की अधिकतम संखà¥à¤¯à¤¾ (सीसीई) आदि], जो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ फसल बीमा योजना (PMFBY) के संशोधित दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में उपगà¥à¤°à¤¹ डेटा के उपयोग के लिठमानक संचालन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं को परिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ करने के लिठउपयोग किठगठथे।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ फसल बीमा योजना (PMFBY) के लिठà¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾, सीसीई के अनà¥à¤•à¥‚लन में अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी के उपयोग के लिठसरकारी और गैर-सरकारी à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों के माधà¥à¤¯à¤® से विà¤à¤¾à¤— बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में पायलट अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कर रहा है। विà¤à¤¾à¤— 29 दोहरे जोखिम वाले जिलों की कृषि सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की निगरानी के लिठउपगà¥à¤°à¤¹ रिमोट सेंसिंग डेटा का à¤à¥€ उपयोग कर रहा है। http://www.ekrishikendra.com/ http://www.ekrishikendra.com/
विà¤à¤¾à¤— के पास मृदा और à¤à¥‚मि उपयोग सरà¥à¤µà¥‡à¤•à¥à¤·à¤£ का à¤à¤• और केंदà¥à¤° है जो मृदा संसाधनों के मानचितà¥à¤°à¤£ के लिठउपगà¥à¤°à¤¹ डेटा का उपयोग करता है। वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ में विà¤à¤¾à¤— अपने विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ / कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ के लिठअंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी का उपयोग कर रहा है जैसे कि अंतरिकà¥à¤· का उपयोग करके कृषि उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ का पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाना, कृषि-मौसम विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ और à¤à¥‚मि आधारित अवलोकन (FASAL) परियोजना, जियोइनà¥à¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤•à¥ स का उपयोग करते हà¥à¤ बागवानी मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन और पà¥à¤°à¤¬à¤‚धन (CHAMAN) परियोजना पर समनà¥à¤µà¤¿à¤¤ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि सूखा मूलà¥à¤¯à¤¾à¤‚कन और निगरानी पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ (NADAMS), चावल-परती कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° का मानचितà¥à¤°à¤£ और गहनता, राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ कृषि विकास योजना और फसल बीमा के तहत बनाई गई बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं और परिसंपतà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की à¤à¥‚ टैगिंग।
अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी देश में फसल की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ के बारे में तेज और निषà¥à¤ªà¤•à¥à¤· जानकारी पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤ करने में मदद करती है। यह डिजिटल डेटा पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है, जो विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विशà¥à¤²à¥‡à¤·à¤£à¥‹à¤‚ के लिठउतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¥€ है। अपने परà¥à¤¯à¤¾à¤¯à¤µà¤¾à¤šà¥€ दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥‹à¤£ के कारण, यह बहà¥à¤¤ ही कम समय में पूरे देश की छवियां पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करता है। इसलिà¤, इस डेटा का उपयोग विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ के लिठकिया जा सकता है, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ फसल के पà¥à¤°à¤•à¤¾à¤°, फसल कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के अनà¥à¤®à¤¾à¤¨, फसल की सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿, फसल को नà¥à¤•à¤¸à¤¾à¤¨, फसल की कà¥à¤·à¤¤à¤¿ आदि के बारे में जानकारी की आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾ होती है।
कृषि, सहकारिता और किसान कलà¥à¤¯à¤¾à¤£ विà¤à¤¾à¤— ने अकà¥à¤Ÿà¥‚बर 2015 के दौरान KISAN [फसल बीमा अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी का उपयोग और जियोà¤à¤¨à¤«à¥‰à¤°à¥à¤®à¤Ÿà¥ˆà¤•à¥à¤¸] परियोजना की शà¥à¤°à¥à¤†à¤¤ की थी। परियोजना में इषà¥à¤Ÿà¤¤à¤® फसल कटाई पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— योजना और उपज अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ में सà¥à¤§à¤¾à¤° के लिठउचà¥à¤š-रिज़ॉलà¥à¤¯à¥‚शन रिमोट सेंसिंग डेटा की परिकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की गई है। इस परियोजना के तहत 4 राजà¥à¤¯à¥‹à¤‚ हरियाणा, करà¥à¤¨à¤¾à¤Ÿà¤•, महाराषà¥à¤Ÿà¥à¤° और मधà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶ के 4 जिलों में पायलट अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ किठगà¤à¥¤ अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ ने कई उपयोगी इनपà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ किठ[सà¥à¤®à¤¾à¤°à¥à¤Ÿ नमूनाकरण के लिà¤, उपज का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨, फसल काटने के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—ों की अधिकतम संखà¥à¤¯à¤¾ (सीसीई) आदि], जो पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ फसल बीमा योजना (PMFBY) के संशोधित दिशानिरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥‹à¤‚ में उपगà¥à¤°à¤¹ डेटा के उपयोग के लिठमानक संचालन पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤“ं को परिà¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¤ करने के लिठउपयोग किठगठथे।
पà¥à¤°à¤§à¤¾à¤¨ मंतà¥à¤°à¥€ फसल बीमा योजना (PMFBY) के लिठà¤à¤• पà¥à¤°à¤®à¥à¤– आवशà¥à¤¯à¤•à¤¤à¤¾, सीसीई के अनà¥à¤•à¥‚लन में अंतरिकà¥à¤· पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी के उपयोग के लिठसरकारी और गैर-सरकारी à¤à¤œà¥‡à¤‚सियों के माधà¥à¤¯à¤® से विà¤à¤¾à¤— बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ में पायलट अधà¥à¤¯à¤¯à¤¨ कर रहा है। विà¤à¤¾à¤— 29 दोहरे जोखिम वाले जिलों की कृषि सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की निगरानी के लिठउपगà¥à¤°à¤¹ रिमोट सेंसिंग डेटा का à¤à¥€ उपयोग कर रहा है। http://www.ekrishikendra.com/ http://www.ekrishikendra.com/